क्या हो अगर आप गर्म पानी के झरने में 24 घंटे बिताएं | क्या हॉट स्प्रिंग जानलेवा हो सकता है

 दोस्तो गर्म पानी के झरने यानी हॉट स्प्रिंग में कुछ मिनट बिताने से आप काफ़ी ताज़गी महसूस करेंगे लेकिन "क्या हो अगर आप गर्म पानी के झरने में 24 घंटे बिताएं | kya ho agar aap garm pani ke jharne me 24 ghante bitayen | क्या हॉट स्प्रिंग जानलेवा हो सकता है" आज के इस पोस्ट में हम ऐसे ही सवाल का जवाब जानेंगे।


क्या हॉट स्प्रिंग जानलेवा हो सकता है
क्या हो अगर आप गर्म पानी के झरने में 24 घंटे बिताएं | क्या हॉट स्प्रिंग जानलेवा हो सकता है


क्या है हॉट स्प्रिंग 


इंसान हज़ारों सालों से गर्म पानी के झरनों का इस्तेमाल आराम और इलाज के लिए कर रहे हैं। ये पानी अर्थ के सर्फ़ेस के नीचे से उछल कर आता है, और मथते हुए मैग्मा की वजह से गर्म होता है। और इस पानी के साथ सल्फर के कंपाउंड्स भी ऊपर आते हैं जिससे इसमें बदबूदार महक पैदा होती है। 


इन झरनों के नीचे मौजूद पुराने पत्थरों की वजह से पानी उबल कर लगभग 50 डिग्री सेल्सियस (122 डिग्री फॉरेन्हाइट) तक पहुंच जाता है। मैं जानता हूं इसकी गंध अजीब है, पर यहां बहुत अच्छा लगता है।


जापान में, ऑथोरिटीज़ गर्म पानी के कुछ झरनों में ज़्यादा से ज़्यादा 40 मिनट बिताने की सलाह देती हैं।


हॉट स्प्रिंग कितना गर्म हो सकता है 


गर्म पानी का झरना देखने में गुनगुना और लुभावना लगता है। ये इतना ख़तरनाक कैसे हो सकता है? इस पानी के नीचे जो है, वो जानलेवा हो सकता है। हालांकि इस पानी में बहुत सुक़ून महसूस होता है पर अगर ये झरना बहुत ज़्यादा गर्म हो जाए तो इसका तापमान 100 डिग्री सेल्सियस (212 डिग्री फॉरेन्हाइट) के पास तक जा सकता है।


अगर ये सिर्फ़ सही तापमान जितना भी गर्म होता है, तो भी ये भारी तौर पर एसिडिक पानी 10 मिनट के अंदर आपकी स्किन को जला सकता है। तो इसमें पूरा एक दिन बिताने से आपको हार्ड बॉइल्ड अंडे की तरह उबाल देगा। लेकिन अगर ये पानी मीडियम यानी ज़्यादा और कम के बीच के तापमान पर रहता है, तो इसमें थोड़ी देर तक रहने से आपकी एक्सर्साइज़ की ज़रूरत ख़त्म हो सकती है?


हॉट स्प्रिंग है फायदेमंद 


2015 में फिनलैंड में हुई एक स्टडी में पाया गया कि गर्म पानी के झरने में एक घंटा बिताने से 30 मिनट चलने जितनी कैलोरीज़ बर्न हो सकती हैं। बदक़िस्मती से, इस सैंपल ग्रुप में सिर्फ़ पुरुषों को लिया गया था।


ज्यादा समय बिताने का परिणाम


आपकी बॉडी इस भयानक गर्मी का सामना करने के लिए समय के साथ-साथ थक रही होगी। इसका मतलब है नॉर्मल तापमान के मुक़ाबले ज़्यादा एनर्जी का इस्तेमाल कर रहे होंगे। जब ये गर्म पानी के झरने आपको उबालने लगेंगे तब आपकी बॉडी का असली टेस्ट शुरू होगा।


आपकी बॉडी के सिस्टम्स काम करते रहें, इसके लिए आपको अंदर का तापमान 37 डिग्री सेल्सियस (98.6 डिग्री फॉरेन्हाइट) पर पर बनाए रखने की ज़रूरत होती है। लेकिन ख़तरा तब शुरू होता है जब आपका तापमान कुछ डीग्रीस से बढ़ जाता है। आपको हाइपरथर्मिया हो सकता है मतलब ऐसी ख़तरनाक स्थिति जिसके नतीजे आपके बाहर आने के काफ़ी बाद तक दिखते रह सकते हैं।


आपको हीट स्ट्रोक हो सकता है या हीट एडिमा भी, जिससे आपके हाथों और पैरों में सूजन आ जाएगी। अगर आप तुरंत ही बाहर आकर ठंडे पानी में नहीं चले जाते तो हो सकता है कि आप ज़िंदा ना बच पाएं। और अगर आप ठंडे हो भी जाते हैं तो भी काफ़ी चांसेस हैं कि एक साल के अंदर आपके अंगों में और न्यूरोलॉजिकल यानी तंत्रिका से जुड़े सिस्टम में ख़राबी आ जाए।


इस पानी में रहने के दौरान आपके दिल की धड़कनें बढ़ जाएंगी और आपको बेहोशी जैसा महसूस होगा। तो जगते रहने की कोशिश करें क्योंकि आप बेहोश होकर पानी के अंदर फिसल सकते हैं।


जानलेवा जीवाणुओं का खतरा 


जब भी आप हॉट स्प्रिंग में जाएं अपनी नाक बंद रखें क्योंकि जानलेवा जीवाणु इस गर्म पानी के अंदर छुपे हो सकते हैं हालांकि ज़्यादातर जीव इस गर्मी में नहीं रह सकते लेकिन नेग्लेरिया, फाउलेरी और अमीबा इन गर्म पानी के झरनों में पनपता है। 


ये छोटे साइज़ का ख़तरा आपकी नाक के रास्ते आपके दिमाग़ तक जा सकता है। और आपको बुख़ार, उल्टी आने और गर्दन में अकड़न जैसे लक्षण महसूस होने के एक हफ्ते के अंदर आपकी मौत हो सकती है।


शरीर में होंगे बदलाव 


जब आप इस गर्म पानी के झरने में होंगे आपको पसीना आएगा और आप में पानी की कमी हो रही होगी। आपकी बॉडी के फ्लूइड्स हर घंटे 1.5 लीटर (50 आउंस) या ज़्यादा की दर से कम हो रहे होंगे।


जैसे-जैसे आपकी बॉडी से इलेक्ट्रोलाइट्स और मिनरल्स कम होंगे आपके हाथ, पैर और एब्स में दर्द होने लगेगा और आप भयानक तक़लीफ़ से गुज़रने लगेंगे। अब आपका अपनी मसल्स से कंट्रोल ख़त्म हो जाएगा।


अब बस थोड़े ही समय में आपकी ख़ून की नलियां लीक होने लगेंगी। हो सकता है कि इससे अंदर ख़ून बहे यानी भयानक हेमरेज हो और ख़ून की उल्टियां आने लगें। और आपकी आंतें आपके ख़ून के बहाव में टॉक्सिन्स यानी ज़हरीले तत्व छोड़ रही होंगी।


आपके अंग स्टीम किए हुए खाने की तरह फूल जाएंगे और इसमें आपका दिमाग़ भी शामिल होगा। अगर आप इस गर्म पूल से बाहर आ भी जाते हैं तो भी आपकी बॉडी पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी होगी। और ये तब जब चीज़ें अच्छी जा रही हों।


अमेरिका के शिकागो में 1995 में आई गर्मी की लहर के बाद हीट स्ट्रोक से बचने वाले लोगों में से 28 परसेंट एक साल के अंदर परेशानियों की वजह से मर गए। और 51 परसेंट लोगों के अंगों और दिमाग़ में हमेशा के लिए परेशानी और नुक़सान देखा गया।


अगर अगली बार जब आप क़ुदरत के ऐसे करिश्मों को देखने जाएं तो इनमें जाकर लुत्फ़ उठाएं। पर याद रखें कि आपको पानी पीते रहना है, समय का ख़याल रखना है और अपना सर पानी के ऊपर रखना है।


दोस्तो आज का ये पोस्ट "क्या हो अगर आप गर्म पानी के झरने में 24 घंटे बिताएं | kya ho agar aap garm pani ke jharne me 24 ghante bitayen | क्या हॉट स्प्रिंग जानलेवा हो सकता है" आपको कैसा लगा कॉमेंट करके जरूर बताएं।

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